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बार बार सिर चकराना

 *बार-बार सिर का चकराना*:---

*कारण*--बीपी का असामान्य तौर पर बढ़ना या घटना,शरीर में पानी, सोडियम या हिमोग्लोबीन की कमी से भी हो सकता है या मस्तिष्क के सेरिब्रल पार्ट में चोट लगने या कान में वायरल इंफेक्शन हो जाता है ।

   मरीज की स्थिति के अनुसार नाक-कान के एक्सरे या M R I के अलावा हार्मोन और हिमोग्लोबीन की जांच करायें तथा कई बार टेंशन से भी चक्कर आते हैं ।

*बचाव*--अक्सर चलते- फिरने के दौरान भी चक्कर आते हैं ।अगर कभी ऐसा महसूस हो तो तुरंत बैठ जायें ।

2. जब चक्कर आना रूक जाये तो कम से कम 1-2 गिलास पानी पीएं ।

3. अक्सर घबराहट या किसी फोबिया के कारण चक्कर आते हैं तो ऐसी स्थिति में धीरे- धीरे और गहरी सांस लेने का प्रयास करें ।

4. बहुत तेज झटके के साथ उठने- बैठने या करवट बदलने से बचें।जरूरी दवा को समय पर लें।

               आर.पी.वर्मा


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लार की उपयोगिता

 लार की उपयोगिता 


*लार दुनिया की सबसे अच्छी ओषधि है ।इसमे औषधीय गुण बहुत अधिक है ।किसी चोट पर लार लगाने से चोट ठीक हो जाती है। लार पैदा होने में लग्भग एक लाख ग्रन्थिया काम करती है। जब कफ अधिक बढ़ा हो तभी आप थूक सकते है अन्यथा लार कभी थूकना नही चाहिए । सुबह की लार बहुत क्षारीय होती है । इसका PH 8.4 के आस पास होता है ।*


*पान बिना कत्था सुपारी और जर्दे (तम्बाकू)के खाना चाहिये जिससे उसकी लार थूकना ना पड़े । कत्था औ जर्दा से कैंसर हो सकता है इसलिए इसकी लार अंदर नही लेना चाहिये । गहरे रंग की वनस्पतिया कैंसर , मधुमेह ,अस्थमा ,जैसी बीमारियों से बचाती है। पान कफ और पित्त दोनो का नाश करता है।चुना वात का नाश करता है ।जिस वनस्पति का रंग जितना अधिक गहरा हो वह उतनी बड़ी ओषधि मानी गई है।*


*देशी पान (गहरे रंग वाला जिसका स्वाद कैसेला हो) गेंहू के दाने बराबर चुना मिलाए ,सौंफ मिलाए ,अजवायन डाले, लौंग ,बड़ी इलायची ,गुलकंद मिलाकर खाये* 



*ब्रह्म मुहूर्त अर्थात सुबह की लार उठते ही लार को थूकना नही चाहिये बल्कि इसे अंदर निगलना चाहिये ।यह बाकी के समय से अधिक लाभप्रद होती है।*


*शरीर के घाव जो किसी दवा से ठीक ना हो रहे हो उस पर बासी मुँह की लार यानी सुबह उठते समय जो लार मुंह मे हो लगानी चाहिये। जख्म बहुत जल्द भरने लगेगा 15 दिन से 3 महीने में जख्म पूर्ण ठीक हो जाएगा ऐसा मानते है। गैंगरीन जैसी बीमारी लार लगाने से 2 साल में ठीक हो जाएगी। जानवर भी जीभ द्वारा चाटकर अपने जख्मो को ठीक कर लेते है ।*


*लार में वही 18 पोषक तत्व होते है जो मिटटी में पाए जाते है। शरीर पर कैसे भी दाग धब्बे हो सुबह की लार लगाने से ठीक होने लगते है। एक्जिमा सोरायसिस जैसी बीमारी भी सुबह की लार से ठीक हो सकती है इसका परिणाम एक साल में देखने को मिल जाता है।*


*सुबह की लार आंखों में लगाने /डालने से आंखों की रौशनी बढ़ती है और आंखों के चश्मे उतर सकते है। आँखे लाल होने पर लार लगाने से 24 घण्टे में ठीक हो जाती है। सुबह सुबह की लार ,आंखे टेढ़ी हो अर्थात आंखों में भैंगापन की बीमारी को ठीक सही कर देती है।*


*आंखों के नीचे काले धब्बे होने पर सुबह की लार लगाए । सुबह उठने के आधे घण्टे बाद लार में मौजूद क्षार तत्व कम होने लगता है*



*सुबह दातून नीम ,बबूल की दातुन करने से दांतो की सेहत अच्छी एवं इसकी लार अंदर लेने से शरीर को लाभ मिलता है केमिकल युक्त टूथपेस्ट लार को सुखा देता है अतः इनसे बचना चाहिये*

नवजात शिशु का वजन

 *नवजात शिशु का वज़न और लंबाई*-

  नवजात शिशु का वज़न 3 कि.ग्रा. होता है। शुरू के दिनों में यह 10 प्रतिशत अर्थात 300 ग्राम तक कम हो सकता है, परंतु 10 दिनों में शिशु वापिस जन्म के वजन को प्राप्त कर लेता है। इसके बाद प्रथम तीन महिने का प्रतिदिन 25 से 30 ग्राम और उसके उपरान्त एक वर्ष की आयु तक प्रतिमाह 400 ग्राम वजन बढ़ता है।इस प्रकार बच्चे का वजन पांच माह में जन्म का दुगना,एक वर्ष में तीन गुना व दो वर्ष में चार गुना हो जायेगा।इस प्रकार 3 कि.ग्राम नवजात का वजन पांच माह,एक वर्ष व दो वर्ष की आयु पर क्रमशः 6,9 व 12 कि.ग्रा. होना चाहिए। तीन वर्ष की आयु पर 15 कि.ग्रा.,5 वर्ष की आयु पर 18 तथा 7 वर्ष पर 21व दस वर्ष पर 30 कि.ग्रा. वजन होना चाहिए।

*लंबाई*- जन्म के समय बच्चों की लंबाई 50 से.मी.,3 महिने पर 60, तथा 9 महिने पर 70 से.मी. और एक वर्ष पर 75 से.मी. होनी चाहिए।दो वर्ष की उम्र पर लंबाई 90 से.मी.और चार वर्ष की आयु तक प्रतिवर्ष 5 से.मी. लंबाई बढ़ती है।

             साभार- आर.पी.वर्मा



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दांतो की सफाई औए मजबूती का नुस्खा

 *दांतों की सफाई 

और मजबूती का नुस्खा*-



      नींबू के छिलकों पर थोड़ा

-सा सरसों का तेल डालकर

 दाँत एवं मसूढ़ों को घिसने

 से दाँत सफेद एवं चमकदार

 होते हैं, मसूडे मजबूत होते हैं,

 हर प्रकार के जीवाणुओं का

 नाश होता है तथा पायरिया

 आदि रोगों से बचाव होता है।

              आर.पी.वर्मा

अजवायन के लाभ (स्त्री रोगों में)

 *अजयवान के फायदे*-- *स्त्री रोगों में* - 

प्रसूता 

(जो स्त्री बच्चे को जन्म

 दे चुकी हो) 

को 1 चम्मच अजवाइन

 और 2 चम्मच गुड़ मिलाकर

 दिन में 3 बार खिलाने से

 कमर का दर्द दूर हो जाता है

 और गर्भाशय की शुद्धि

 होती है। साथ ही साथ भूख

 लगती है व शारीरिक शक्ति

 में वृद्धि होती है तथा

 मासिक धर्म की अनेक

 परेशानियां इसी प्रयोग 

से दूर हो जाती हैं।

           साभार -आर.पी.वर्मा

प्रचारक -महेश सोनी
हांसी (हरियाणा)
9034664991

शरीर को फिट रखने का नुस्खा

 *शरीर को फिट रखने का घरेलू*-

250 ग्राम मेथी दाना 

100 ग्राम अजवाइन

 50 ग्राम काली जीरी 

    तीनों चीजों को साफ

 करके हल्का सा सेक लें 

और चूर्ण बनाकर साफ

 डिब्बे मे रख लें ।

    रात को सोते समय 

आधा चम्मच चूर्ण एक

 गिलास गुनगुने पानी से लें ।

 उसके बाद कुछ भी नहीं

 खाएँ- पीएं ।यह सभी उम्र

 वाले व्यक्ति ले सकते हैं ।


    इसके प्रतिदिन सेवन

 करने से अंदर जमा गंदगी 

 (कचरा) मल और पेशाब

 द्वारा बाहर निकल जायेगा।

इसका लाभ एक महिने में 

ही मिलने लगेगा ।लेकिन 

पूरा फायदा 80से 90 दिनों

 में महसूस करेंगे। 

फालतू चर्बी गल जायेगी ।

नए शुद्ध खून का संचार 

होगा ।झुर्रियाँ दूर होगी ।

शरीर तेजस्वी, स्फूर्तिवान,

 सुंदर, लचीला व रोग 

रहित हो जायेगा ।

यह योग नियमित रूप से

 उपयोग करने वालों का

 कायाकल्प हो जायेगा ।

       साभार-  आर.पी.वर्मा

प्रचारक- महेश सोनी
हांसी (हरियाणा)
9034664991

अनिद्रा का घरेलू नुस्खा

 *अनिंद्रा

(नींद नहीं आना)

का घरेलू नुस्खा*-


  नींद नहीं आने या पर्याप्त

 नींद नही आने की शिकायत

 आजकल बहुत सुनने को

 मिलती है । जो लोग नींद

 लाने वाली एलोपैथी दवाओं

 का सेवन करते हैं,उनको दो

 तरफ नुकसान उठाने पड़

 जाते हैं, एक ओर तो इससे

 स्वभाविक नींद नहीं

 आती,दवाओं पर खर्चा भी

 करना पड़ता है, दूसरे इसके

 साइड इफेक्ट भी रहते हैं

 तथा रोगी इन औषधियों

 का आदि हो जाता है ।

*नुस्खा*- 60 ग्राम तिल का

 तेल उसको आग पर गर्म

 करके उतार लें और इसमें

 1 ग्राम देशी कपूर पीसकर

 मिला दें, इस तेल को शीशी

 में भरकर रखें ।

     इस तेल को सोने के

 समय हल्के-हल्के पैरो के

 तलवों पर खूब मालिश

 करनेसे नींद अच्छी आयेगी ।

          साभार- आर.पी.वर्मा

प्रचारक- महेश सोनी
हांसी (हरियाणा)
9034664991

पेट की चर्बी कम करने का घरेलू नुस्खा

 *पेट की चर्बी कम करने का घरेलू नुस्खा*--

     आधा चम्मच जीरा और अजवाइन को एक गिलास

 पानी में मिलाकर रात में

 भिगोकर रख दें। इसके बाद

 इस मिश्रण को अच्छे से

 उबालें। अब इसे एक गिलास

 में छानकर गर्म चाय की भांति ही पीएं।

 रोजाना इसे सुबह खाली पेट

 पीने से बहुत जल्दी पेट की

 चर्बी कम होने लगती है।

          साभार- आर.पी.वर्मा

प्रचारक- महेश सोनी
हांसी (हरियाणा) 
9034664991

बच्चों को सर्दी /खांसी का घरेलू नुस्खा

 *बच्चों को सर्दी, खांसी का घरेलू नुस्खा*-

1.बच्चे को 1-2 ग्राम भुनी हुई हल्दी का चूर्ण शहद के साथ दिन में 3-4 बार चटाने से बच्चे की सर्दी तथा खांसी का रोग ठीक हो जाता है।

2.काली मिर्च, सोंठ और पीपल को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें। इसके बाद इस चूर्ण को 2 ग्राम की मात्रा में लेकर शहद के साथ सदी-खांसी से पीड़ित बच्चे को दिन में 3 बार चटाने से लाभ होता है।

             साभार- आर.पी.वर्मा

प्रचारक -महेश सोनी 
हांसी (हरियाणा)
9034664991

उच्च रक्तचाप का प्रभावशाली नुस्खा

 उच्च रक्तचाप(H.B.P)का प्रभावशाली नुस्खा: ---

प्याज का रस और शुद्ध शहद बराबर मात्रा में मिलाकर नित्य दस ग्राम(दो चम्मच) की मात्रा में दिन में एक बार लें।

2. उच्च रक्तचाप में 100ग्राम (आधा कप) पानी में आधा नींबू निचोडकर दिन मे दो तीन बार दो-दो घंटे से पीने से तुरंत लाभ होता है । 

3.अगर व्यक्ति बायाँ(Left)स्वर लगातार आधा घंटा चलाए तो उच्च रक्तचाप कम हो जाता है।

           साभार- आर.पी.वर्मा

प्रचारक -महेश सोनी 
हांसी (हरियाणा)
9034664991

शुगर कंट्रोल करने के उपाय

 शुगर  करने के उपाय 


1 प्रतिदिन पैदल घूमे या मेहनत

 कार्य करे ताकि शरीर से

 पसीना निकले इससे शुगर

 लेवल कम होता है 


2 चाय या कॉफी का सेवन

 नही करे अगर मन हो तब

 हल्का गुनगुना पानी घुट घुट

 कर चाय /कॉफी की भांति

 पिए इससे आपको 

लाभ मिलेगा 


3 प्रतिदिन भुने हुवे चने 

या भुने चने का पावडर

 बनाकर खाये इससे

 शुगर कंट्रोल होगा 



4 चीनी से बनी मिठाई या 

अन्य चीज टॉफी /केक /

आइसक्रीम आदि नही खाये 


5 शुगर समय समय पर 

चैक करते रहे या डॉक्टर 

से चैक करवाये 


6 भूखे नही रहे बल्कि 

भूख अनुसार खाये किन्तु

 एक समय मे कम मात्रा में

 भोजन करे बेसक बाद 

में भूख लगे  तब खाये 


7 प्रतिदिन योग या

 व्यायाम अवश्य करे 


8 डॉक्टर के बताए परहेज

 एव दवाओं का सेवन 

समय अनुसार अवश्य करे 


    

ऊपर बताये गए उपाय हमारी

 राय है इन्हें आप

 अपने डॉक्टर से सलाह कर

 जो उपाय उचित लगे

 कर सकते है 


धन्यवाद 


ॐ नमो---///----

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बार बार सिर चकराना

 *बार-बार सिर का चकराना*:--- *कारण*--बीपी का असामान्य तौर पर बढ़ना या घटना,शरीर में पानी, सोडियम या हिमोग्लोबीन की कमी से भी हो सकता है या म...