धूपड़ गोत्र की जानकारी

 ★★★★★★★★★★★★★★

*धूपड़* - यह चौहान वंश में मोहिल शाखा की खाप है 

! इसकी कुलदेवी शाकम्भरी है ! 

भाटो के अनुसार चामुण्डा है !

 धूपड़ और डाँवर का मूल स्रोत एक ही है !



★★★★★★★★★★★★★★

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

बार बार सिर चकराना

 *बार-बार सिर का चकराना*:--- *कारण*--बीपी का असामान्य तौर पर बढ़ना या घटना,शरीर में पानी, सोडियम या हिमोग्लोबीन की कमी से भी हो सकता है या म...